ऋषि बोले- तदनन्तर शुम्भ की आज्ञानुसार चण्ड व मुण्ड चतुरङ्गिनी सेना तथा संम्पूर्ण हथियारों से मुसज्जित होकर चल दिए और हिमालय पर्वत पर पहुंचकर उन्होंने सिंह पर स्थित देवी को मंद-मंद मुस्कराते हुए देखा। तब वे असुर धनुष और तलवार लेकर देवी की तरफ उसे पकड़न…