मुसीबतों में जो आहे कभी निकलती है, गिला नही के मुखालिफ हवाए चलती है, माँ के कदमो में जब भी सर को रक्खा है, दुआओं से माँ की हजारो बलाए टलती है, दिवाना जग है तेरा दिवाना माँ जग है तेरा। प्यार वफ़ा की सूरत है तू ममता की माँ मूरत है, जिसने जो माँगा वो दिय…