In Hindi: ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥1॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥2॥ अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥3…