शौनक ऋषि सूतजी से बोले- हे प्रभो! दया कर अब आप मंगल प्रदोष की कथा का वर्णन करें, आपकी अति कृपा होगी। सूतजी बोले- अब मैं मंगल त्रयोदशी (प्रदोष व्रत का विधि-विधान कहता हूँ। मंगलवार का दिन व्याधियों का नाशक है। इस व्रत में एक समय व्रती को गेहूँ और गुड़ क…